आदित्य चौधरी (चर्चा | योगदान) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
* दर्शन वह ज्ञान है जो परम सत्य और प्रकृति के सिद्धांतों और उनके कारणों की विवेचना करता है। | * दर्शन वह ज्ञान है जो परम सत्य और प्रकृति के सिद्धांतों और उनके कारणों की विवेचना करता है। | ||
{{प्रांगण नोट}} | {{प्रांगण नोट}} | ||
+ | [[चित्र:Darshan-Kosh.jpg|link=:श्रेणी:दर्शन कोश|दर्शन श्रेणी के सभी लेख]] | ||
| valign="middle" style="width:20%; border:none;"| | | valign="middle" style="width:20%; border:none;"| | ||
[[चित्र:Darshan--text-image.gif|center]] | [[चित्र:Darshan--text-image.gif|center]] |
10:11, 21 दिसम्बर 2010 का अवतरण
| ||||||||||||||||||||||||||||||
| ||||||||||||||||||||||||||||||
संबंधित लेख |