हबीबुल्ला ख़ाँ अमीर

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हबीबुल्ला ख़ाँ सन 1901 ई. में अपने पिता अमीर अब्दुर्रहमान के मरने पर अफ़गानिस्तान की गद्दी पर बैठा था। उसने ब्रिटिश सरकार से 'हिज मैजेस्टी' की उपाधि प्राप्त कर अफ़ग़ानिस्तान की स्वाधीनता पर व्यावहारिक स्वीकृति प्राप्त की थी।

  • सन 1907 ई. में ब्रिटेन तथा रूस ने अफ़ग़ानिस्तान के सम्बन्ध में अमीर हबीबुल्ला ख़ाँ से परामर्श लिए बिना एक करार पर हस्ताक्षर कर लिए थे।
  • अमीर हबीबुल्ला ख़ाँ ने इस करार पर अपनी स्वीकृति देने से इंकार कर दिया, क्योंकि इस करार के बारे में उसे कोई जानकारी ही नहीं थी।
  • हबीबुल्ला ख़ाँ की नीति यह थी कि ब्रिटेन अथवा रूस की अधीनता स्वीकार किये बिना ही स्वतंत्रता कायम रखी जाए।
  • प्रथम विश्वयुद्ध (1914-1918 ई.) में अमीर ने तटस्थ रह कर ब्रिटिश सरकार की बड़ी सेवा की, किंतु सन 1919 ई. में हबीबुल्ला ख़ाँ की हत्या कर दी गई।
  • अमीर हबीबुल्ला की हत्या हो जाने के बाद उसका बेटा अमानुल्ला ख़ाँ अफ़ग़ानिस्तान की गद्दी पर बैठा।


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