मुक़र्रब ख़ाँ (शेख़ नियाम)

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मुकर्रब ख़ाँ मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब का उत्साही सैनिक पदाधिकारी था। उसका मूल नाम 'शेख़ नियाम' था।

  • मुकर्रब ख़ाँ को 'ख़ान जमा' की उपाधि प्रदान की गई थी।
  • 1689 ई. में उसे सूचना मिली कि मराठा शासक शम्भुजी अपने प्रधानमंत्री कविकलश के साथ संगमेश्वर की यात्रा कर रहा है।
  • जिस समय उसे यह सूचना मिली, वह कोल्हापुर में था।
  • मुकर्रब ख़ाँ ने शीघ्रता से कूच करके शम्भुजी के पड़ाव को घेर लिया तथा मराठा शासक को उसके प्रधानमंत्री कविकलश तथा सारे लाव-लश्कर के साथ बन्दी बना लिया।
  • 21 मार्च, 1689 ई. को शम्भुजी की बेरहमी से हत्या कर दी गई।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 367 |


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