"परशु अस्त्र" के अवतरणों में अंतर
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08:05, 25 मार्च 2012 के समय का अवतरण
यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में देखें अस्वीकरण |
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परशु अस्त्र छुरे के समान होता है। भगवान परशुराम के पास अक्सर रहता था। इसी से इसका नाम उनके नाम पर 'परशु' पड़ा। इसके नीचे लोहे का एक चौकोर मुँह लगा होता है। यह दो गज़ लंबा होता है। इनका प्रयोग महाभारतकाल में किया जाता था। प्राचीन समय में देवी देवता भी इसका प्रयोग करते थे।
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