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+ | *इनके प्रमुख मेले डूंगरपुर जिले में ग्यारस की तिथि को 'रेवाड़ी मेला' तथा [[गुजरात]] के पंचमहल क्षेत्र में छैला बाबूजी का मेला लगता है। | ||
+ | *डामोरों के गांव के मुखिया को 'मुखी' नाम से बुलाया जाता है। | ||
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18:02, 24 मई 2021 के समय का अवतरण
डामोर भारत के राज्य राजस्थान की एक प्रमुख जनजाति है। इस जाति के लोग बाँसवाड़ा और डूंगरपुर ज़िले की सीमलवाडा पंचायत समिति में निवास करते हैं। डामोर जनजाति की पंचायत का मुखिया 'मुखी' कहलाता है।
- ये लोग अंधविश्वासी होते हैं।
- डामोर मांस और शराब के काफ़ी शौक़ीन होते हैं।
- यह जनजाति सबसे ज्यादा डूंगरपुर जिले की सीमलवाडा ग्राम पंचायत में निवास करती है।
- डूंगरपुर के अलावा इनकी जनसंख्या बांसवाड़ा में भी है। इनमें पुरुष भी स्त्रियों के समान गहने पहनते हैं।
- इनमें गुप्त विवाह नहीं किया जाता।
- इनके प्रमुख मेले डूंगरपुर जिले में ग्यारस की तिथि को 'रेवाड़ी मेला' तथा गुजरात के पंचमहल क्षेत्र में छैला बाबूजी का मेला लगता है।
- डामोरों के गांव के मुखिया को 'मुखी' नाम से बुलाया जाता है।
- साल 2011 की जनगणना के अनुसार डामोर जनजाति की बांसवाड़ा जिले में 22637 जनसंख्या पाई जाती है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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