"जयपाल सिंह": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{सूचना बक्सा खिलाड़ी
|चित्र=Jaipal-Singh-Munda.jpg
|चित्र का नाम=जयपाल सिंह
|पूरा नाम=जयपाल सिंह मुण्डा
|अन्य नाम=
|जन्म=[[3 जनवरी]], [[1903]]
|जन्म भूमि=राँची
|मृत्यु=[[20 मार्च]], [[1970]]
|मृत्यु स्थान=[[दिल्ली]]
|अविभावक=
|पति/पत्नी=
|संतान=
|कर्म भूमि=[[भारत]]
|खेल-क्षेत्र=[[हॉकी]]
|शिक्षा=
|विद्यालय=
|पुरस्कार-उपाधि=
|प्रसिद्धि=खिलाड़ी तथा राजनीतिज्ञ
|विशेष योगदान=
|नागरिकता=भारतीय
|संबंधित लेख=[[हॉकी]], [[ओलम्पिक खेल]]
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=वर्ष [[1928]] में एमस्टर्डम ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम पहली बार प्रतियोगिता में शामिल हुई थी। टीम ने जयपाल सिंह के नेतृत्व में पाँच मुक़ाबलों में एक भी गोल दिए बगैर स्वर्ण पदक जीता था।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
'''जयपाल सिंह''' (जन्म- [[3 जनवरी]], [[1903]], राँची; मृत्यु- [[20 मार्च]], [[1970]], [[दिल्ली]]) भारतीय [[हॉकी]] के प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक थे। वर्ष [[1928]] से [[1956]] तक का समय भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णिम युग था। डॉ. जयपाल सिंह को वर्ष [[1928]] में एमस्टर्डम में आयोजित [[ओलम्पिक खेल|ओलम्पिक खेलों]] में भारतीय हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। इस ओलम्पिक में [[भारत]] ने जयपाल सिंह के नेतृत्व में देश के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
'''जयपाल सिंह''' (जन्म- [[3 जनवरी]], [[1903]], राँची; मृत्यु- [[20 मार्च]], [[1970]], [[दिल्ली]]) भारतीय [[हॉकी]] के प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक थे। वर्ष [[1928]] से [[1956]] तक का समय भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णिम युग था। डॉ. जयपाल सिंह को वर्ष [[1928]] में एमस्टर्डम में आयोजित [[ओलम्पिक खेल|ओलम्पिक खेलों]] में भारतीय हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। इस ओलम्पिक में [[भारत]] ने जयपाल सिंह के नेतृत्व में देश के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।



11:04, 25 मई 2014 का अवतरण

जयपाल सिंह
जयपाल सिंह
जयपाल सिंह
पूरा नाम जयपाल सिंह मुण्डा
जन्म 3 जनवरी, 1903
जन्म भूमि राँची
मृत्यु 20 मार्च, 1970
मृत्यु स्थान दिल्ली
कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र हॉकी
प्रसिद्धि खिलाड़ी तथा राजनीतिज्ञ
नागरिकता भारतीय
संबंधित लेख हॉकी, ओलम्पिक खेल
अन्य जानकारी वर्ष 1928 में एमस्टर्डम ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम पहली बार प्रतियोगिता में शामिल हुई थी। टीम ने जयपाल सिंह के नेतृत्व में पाँच मुक़ाबलों में एक भी गोल दिए बगैर स्वर्ण पदक जीता था।

जयपाल सिंह (जन्म- 3 जनवरी, 1903, राँची; मृत्यु- 20 मार्च, 1970, दिल्ली) भारतीय हॉकी के प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक थे। वर्ष 1928 से 1956 तक का समय भारतीय हॉकी के लिए स्वर्णिम युग था। डॉ. जयपाल सिंह को वर्ष 1928 में एमस्टर्डम में आयोजित ओलम्पिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। इस ओलम्पिक में भारत ने जयपाल सिंह के नेतृत्व में देश के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।

  • भारतीय हॉकी के प्रसिद्ध खिलाड़ी जयपाल सिंह का जन्म झारखण्ड की राजधानी राँची में 3 जनवरी, 1903 को हुआ था।
  • जयपाल सिंह झारखण्ड की प्रमुख आदिवासी जनजाति मुण्डा से सम्बन्ध रखते थे, जिसका मूल स्थान दक्षिणी छोटा नागपुर है।
  • भारत के लिए हॉकी का स्वर्णिम युग 1928-1956 तक था, जब भारतीय हॉकी दल ने लगातार 6 ओलम्पिक स्वर्ण पदक प्राप्ति किए थे।
  • 1928 तक हॉकी भारत के लिए एक जुनून बन चुकी थी और बाद में यह देश का राष्ट्रीय खेल बन गई।
  • वर्ष 1928 में ही एमस्टर्डम ओलम्पिक में भारतीय टीम पहली बार प्रतियोगिता में शामिल हुई। टीम ने पाँच मुक़ाबलों में एक भी गोल दिए बगैर स्वर्ण पदक जीता।
  • जयपाल सिंह की कप्तानी में टीम ने, जिसमें 'हॉकी के जादूगर' कहे जाने वाले महान खिलाड़ी ध्यानचंद भी शामिल थे, अंतिम मुक़ाबले में हॉलैंड को आसानी से हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
  • युवा ध्यानचंद ने अपने खेल से एम्सटर्डम के खेल प्रेमियों को मंत्र मुग्ध कर दिया था। पूरे टूर्नामेंट में जहाँ ध्यानचंद की जादूगरी शबाब पर थी, वहीं कोई भी विरोधी टीम एक बार भी भारतीय गोलपोस्ट को भेदने के लिए तरस गई।
  • वर्ष 1936 में जयपाल सिंह राजनीति में आ गये थे और बाद में 'झारखण्ड पार्टी' का गठन किया।
  • आदिवासी नेता जयपाल सिंह 1952 में वे प्रथम लोकसभा के सदस्य बने और आजीवन अपने क्षेत्र से लोकसभा के सदस्य रहे।
  • भारत की महान विभूति का निधन 20 मार्च, 1970 को दिल्ली में हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख