जानकी प्रसाद काशी (वर्तमान बनारस) के प्रसिद्ध साहित्यकारों में से थे। इनके पिता देवकीनन्दन बड़े रईस व्यक्ति थे। जानकी प्रसाद ने केशव की ‘रामचन्द्रिका’ की टीका ‘राम भक्ति प्रकाशिका’ नाम से की थी। इनका रचना-काल संवत् 1872 है। ‘मुक्ति रामायण’ जानकी प्रसाद का एक अन्य ग्रंथ है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी कथा, साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
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