प्रयाग शुक्ल

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प्रयाग शुक्ल
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पूरा नाम प्रयाग शुक्ल
अन्य नाम प्रयाग शुक्ल
जन्म 28 मई, 1940
जन्म भूमि कोलकाता, पश्चिम बंगाल
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र कथाकार
मुख्य रचनाएँ रवीन्द्रनाथ ठाकुर की गीतांजलि का हिन्दी भाषा में अनुवाद
भाषा हिन्दी
पुरस्कार-उपाधि राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान, 2002

साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार
द्विजदेव सम्मान

प्रसिद्धि कवि, कला-समीक्षक, अनुवादक एवं कहानीकार
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी एक अनुवादक के रूप में प्रयाग शुक्ल ने रवींद्रनाथ ठाकुर की ‘गीतांजलि’ का मूल बांग्ला से हिंदी अनुवाद किया है।
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इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

प्रयाग शुक्ल (अंग्रेज़ी: Prayag Shukla, जन्म- 28 मई, 1940) हिन्दी के कवि, कला-समीक्षक, अनुवादक एवं कहानीकार हैं। उन्हें साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार, राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान (2002) एवं द्विजदेव सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।

परिचय

प्रयाग शुक्ल का जन्म 28 मई, 1940 को कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता), पश्चिम बंगाल में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा पुरखों के गाँव तिवारीपुर (ज़िला फ़तेहपुर, उत्तर प्रदेश) में हुई। आगे कोलकाता विश्वविद्यालय से स्नातक किया। प्रयाग शुक्ल कवि, कथाकार और कला-समीक्षक के रूप में प्रतिष्ठित हैं। रंगमंच और सिनेमा पर भी लिखते रहे हैं।[1]

लेखन कार्य

प्रयाग शुक्ल जी ने बहुत-सी रचनाएँ की हैं, जिनमें से प्रमुख हैं-

काव्य संग्रह

‘कविता संभव’, ‘यह एक दिन है’, ‘अधूरी चीज़ें तमाम’, ‘बीते कितने बरस’, ‘यह जो हरा है’, ‘यहाँ कहाँ थी छाया’, ‘इस पृष्ठ पर’, ‘सुनयना फिर यह न कहना’ प्रयाग शुक्ल के काव्य-संग्रह हैं। ‘यानी कई वर्ष’ में उनके छह संग्रहों की कविताएँ संकलित की गई हैं। प्रतिनिधि कविताओं का संकलन ‘पचास कविताएँ’ में हुआ है। ‘ह्वाइल अ प्लेन ज़ूम्स पास्ट इन द स्काई’ अंग्रेज़ी में प्रकाशित काव्य-संग्रह है।

कहानी संग्रह

‘अकेली आकृतियाँ’, ‘इसके बाद’, ‘छायाएँ तथा अन्य कहानियाँ’, ‘काई’ में उनकी कहानियों का संकलन हुआ है और ‘एल्बम’ उनकी प्रतिनिधि कहानियों का संकलन है।

उपन्यास

‘गठरी’, ‘आज और कल’, ‘लौटकर आने वाले दिन’ उनके उपन्यास हैं।

यात्रा वृतांत

‘सम पर सूर्यास्त’, ‘सुरंगाँव बंजारी’, ‘त्रांदाइम में ट्राम’, ‘हेलेन गैनली की नोट बुक’, ‘ग्लोब और ग़ुब्बारे’ उनके यात्रा-वृतांत’ हैं।

निबंध संग्रह

उनके निबंधों का संग्रह ‘घर और बाहर’ और ‘हाट और समाज’ के रूप में प्रकाशित है।

संस्मरण

‘साझा समय’ और ‘स्मृतियाँ बहुतेरी’ संस्मरणात्मक कृतियाँ हैं।[1]

आलोचना

‘अर्ध विराम’, ‘आज की कला’, ‘सत्यजित राय: एक फ़िल्मकार की ऊँचाई’, ‘राम कुमार: लाइंस एंड कलर्स (अंग्रेज़ी) उनकी आलोचना संबंधी कृतियाँ हैं।

अनुवाद व सम्पादन

एक अनुवादक के रूप में प्रयाग शुक्ल ने रवींद्रनाथ ठाकुर की ‘गीतांजलि’ का मूल बांग्ला से हिंदी अनुवाद किया है। उन्होंने जीवनानंद दास और शंख घोष की प्रतिनिधि कविताओं, बंकिमचंद्र के प्रतिनिधि निबंध और ओक्ताविओ पाज की कविताओं का अनुवाद भी किया है। कविता-नदी, कला और कविता, कला समय समाज, बदरीविशाल, रंग तेंदुलकर, अंक यात्रा उनके संपादन में प्रकाशित कृतियाँ हैं। उन्होंने कल्पना, दिनमान, नवभारत टाइम्स, समकालीन कला, रंग प्रसंग, हिंदी फ़ेमिना, पराग, संगना आदि पत्र-पत्रिकाओं का संपादन और संपादन-सहयोग किया है।

बाल साहित्य

‘धम्मक धम्मक’, ‘हक्का बक्का’, ‘चमचम बिजली झमझम पानी’, ‘कहाँ नाव के पाँव’, ‘ऊँट चला भाई ऊँट चला’, ‘मिश्का झूल रही है झूला’, ‘धूप खिली है हवा चली है’, ‘उड़ना आसमान में उड़ना’ आदि बाल साहित्य में प्रयाग शुक्ल का योगदान है।[1]

पुरस्कार व सम्मान


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 प्रयाग शुक्ल का परिचय (हिंदी) hindwi.org। अभिगमन तिथि: 12 अक्टूबर, 2022।

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