एम. पी. वीरेंद्र कुमार (अंग्रेज़ी: M. P. Veerendra Kumar, जन्म- 15 अगस्त, 1937; मृत्यु- 28 मई, 2020) भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक और पत्रकार थे, जो 14वीं लोकसभा के सदस्य थे। वे लोकतांत्रिक जनता दल के सदस्य और पार्टी की केरल राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे। मलयालम दैनिक समाचार पत्र 'मातृभूमि' के वे अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भी थे।
एम. पी. वीरेंद्र कुमार 1987 में केरल विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वह दो बार लोकसभा के लिए चुने गए।
मार्च 2018 में वह केरल से राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए थे। उन्हें वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) का समर्थन हासिल था।
2017 में एम. पी. वीरेंद्र कुमार ने नितीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने पर जेडीयू की राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जेडीयू छोड़ने से पहले वह पार्टी की केरल इकाई के अध्यक्ष थे।
2016 में उन्हें 'इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस' (इंटक) का 'जी रामानुजम पुरस्कार' मिला था। इसी वर्ष उन्हें 'मूर्ति देवी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।
28 मई, 2020 को केरल के कोझीकोड में कार्डियक अरेस्ट के कारण एम. पी. वीरेंद्र कुमार का निधन हुआ।