ब्रात्य बसु

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ब्रात्य बसु
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ब्रात्य बसु
पूरा नाम ब्रात्य बसु राय चौधरी
जन्म 25 सितम्बर, 1969
जन्म भूमि कोलकाता, पश्चिम बंगाल
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र लेखन, राजनीति, बांग्ला सिनेमा
पुरस्कार-उपाधि साहित्य अकादमी पुरस्कार, 2021

दिशारी अवार्ड, 2000
श्यामल सेन मेमोरियल अवार्ड, 1998

प्रसिद्धि बांग्ला लेखक, फ़िल्म निर्देशक, राजनीतिज्ञ, प्रोफेसर, शिक्षामंत्री
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी साल 2006 में ब्रात्य बसु ने अपना खुद का थिएटर ग्रुप 'ब्रात्यजन' बनाया था। साल 2009 में देवव्रत बिस्वास के जीवन पर आधारित नाटक 'रूद्ध संगीत' उनका नवीनतम नाटक है।
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इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

ब्रात्य बसु राय चौधरी (अंग्रेज़ी: Bratyabrata Basu Roy Chowdhury, जन्म- 25 सितम्बर, 1969) भारतीय अभिनेता, मंच निर्देशक, नाटककार, फ़िल्म निर्देशक, प्रोफेसर और राजनीतिज्ञ हैं। उन्हें 'ब्रात्य बसु' के नाम से अधिक जाना जाता है। वह साल 2021 से पश्चिम बंगाल के शिक्षामंत्री के रूप में सेवा कर रहे हैं। उन्होंने प्रथम ममता बनर्जी मंत्रालय में भी यही पद ग्रहण किया।

परिचय

ब्रात्य बसु ने प्रेसीडेंसी कॉलेज और कलकत्ता विश्वविद्यालय से बंगाली साहित्य का अध्ययन किया है। बाद में उन्होंने कलकत्ता सिटी कालेज में पढ़ाया। उन्होंने अपने अभिनय कॅरियर की शुरुआत 'गणकृति' नामक एक थिएटर ग्रुप में एक साउंड ऑपरेटर के रूप में की थी। बाद में उन्होंने उस ग्रुप के लिए नाटकों का लेखन और निर्देशन शुरू किया। ब्रात्य बसु राज्य के प्रमुख नाट्यकार और शिक्षाविद हैं।[1]

मई 2016 में ब्रात्य बसु को पर्यटन, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जैव-प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स के विभागों को सौंपा गया था। वे 2011 के विधानसभा चुनाव के बाद से दमदम निर्वाचन क्षेत्र से एक विधायक के रूप में चुने गए हैं।

लेखन कार्य

ब्रात्य बसु को 'अश्लीन' और 'अरण्यदेव' समेत कई नाटकों ने खास लोकप्रियता दिलाई है। 'विंकल ट्विंकल', 'रुद्धसंगीत', 'कृष्णनगर' और 'मुंबई नाइट्स' सहित उनके कई नाटकों का मंचन अलग-अलग समय पर किया गया है।

आधुनिक नाटक 'अश्लीन' उनका पहला नाटक है। उन्होंने यह नाटक 1996 में लिखा था। उनके अन्य उल्लेखनीय नाटक में 'अरण्यदेव', 'शहरियार', 'विंकल ट्विंकल' और 'मर्डर मिस्ट्री ड्रामा' हैं। उन्हें 1998 में श्यामल सेन मेमोरियल अवार्ड और 2000 में दिशारी अवार्ड मिला है। साल 2006 में उन्होंने अपना खुद का थिएटर ग्रुप 'ब्रात्यजन' बनाया। साल 2009 में देवव्रत बिस्वास के जीवन पर आधारित नाटक 'रूद्ध संगीत' उनका नवीनतम नाटक है।[1]

साहित्य अकादमी पुरस्कार

साहित्य अकादमी ने शिक्षामंत्री और नाटककार ब्रात्य बसु को उनके नाटक के लिए प्रतिष्ठित 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' देने का ऐलान किया था। यह पुरस्कार उन्हें उनके द्वारा लिखे गए नाटक 'मीरजाफर' के लिए पुरस्कृत किया गया।

फ़िल्म निर्देशन

ब्रात्य बसु ने दो फ़िल्मों का निर्देशन भी किया है। एक है 'रास्ता' और दूसरा है 'तारा'। पहली फ़िल्म एक युवक के आतंकवादी बनने के बारे में है, और दूसरी फ़िल्म समाज और प्रेम की विफलता के बारे में है। उन्होंने 'कालबेला' समेत कई फ़िल्मों में काम किया है। उन्होंने हाल ही में 'डिक्शनरी' नामक एक और फ़िल्म का निर्देशन किया है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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