एंचेय मठ, गंगटोक
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एंचेय मठ, गंगटोक
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विवरण | 'एंचेय मठ' गंगटोक के प्रसिद्ध बौद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मठ पूजा का बहुत ही पवित्र और सुंदर स्थान है। |
राज्य | सिक्किम |
शहर | गंगटोक |
निर्माण काल | 1909 |
संबंधित लेख | सिक्किम , सिक्किम की संस्कृति, सिक्किम के पर्यटन स्थल |
अन्य जानकारी | सिक्किम में 2006 में आए भूकंप के दौरान एंचेय मठ को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ा। |
एंचेय मठ सिक्किम की राजधानी गंगटोक में स्थित है। गंगटोक में यह मठ पूजा का बहुत ही पवित्र और सुंदर स्थान है। वर्ष 1909 में सिक्किम की राजधानी में स्थापित, गंगटोक के ऊपर सुंदर पहाड़ी पर इसका निर्माण किया गया है, जहां से माउंट कंचनजंगा के शानदार दृश्य का आनंद लिया जा सकता है।
- एक पौराणिक कथा के अनुसार, यह मठ जो बौद्ध धर्म के वज्रयना न्यिन्गमा समाज के अंतर्गत आता है, एक ऐसे स्थान में मौजूद है, जिस पर लामा द्रुपथेब करपो का आशीर्वाद बरसता है।
- द्रुपथेब उड़ान शक्तियों के साथ बौद्ध धर्म की तांत्रिक कला में विशेषज्ञ थे। वे दक्षिण सिक्किम में मेनम हिल से उड़कर यहां आये और इस स्थान पर एक छोटे से मठ की स्थापना की।
- 'एंचेय मठ' का अर्थ है- 'एकान्त मठ' और इसके अतिरिक्त एक और कथन है कि यह जगह हमारी रक्षा करने वाले देवताओं 'कांगचेन्डजोंगा' और 'याबडियान' की उपस्थिति के लिए पवित्र है।[1]
- यहाँ की सभी मान्यताएँ पूजन के लिये खूबसूरत स्थान मुहैया कराती हैं। गंगटोक के लोगों और अन्य भक्तों के दिलों में एक खास जगह बनाती हैं, जो मानते हैं कि गोम्पा के भीतर शक्तिशाली देवता हैं और वे सभी की इच्छाओं को पूरा करेंगे।
- गोम्पा का निर्माण बहुत ही आलंकारिक तरीके से किया गया है और अंदर देवताओं के कई आकर्षक चित्र हैं।
- लोकी शरिया, बुद्ध और गुरु पद्मसंभव मुख्य देवी-देवता हैं, जिनकी यहां पूजा होती है।
- गोम्पा में वार्षिक धार्मिक नृत्य के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले मास्क की एक सारणी और एक पुस्तकालय भी है।
- सिक्किम में 2006 में आए भूकंप के दौरान एंचेय मठ को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ा।
- यह मठ हर साल कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार मनाता है, जैसे- 'डेटोर चाम/ चाम नृत्य महोत्सव', 'सिंघे चाम' और 'पंग लभसोल'।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ एंचेय मठ, गंगटोक (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 27 नवम्बर, 2014।