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'''शिव कपूर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Shiv Kapur'', जन्म- [[12 फरवरी]] [[1982]], [[दिल्ली]]), यह पहले भारतीय है, जिन्होंंने [[मलेशिया]] का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। इन्हे [[भारत]] का दूसरा सर्वश्रेष्ठ 'एमेच्योर गोल्फर' माना जाता है। इनके पिता जी का नाम श्री रवि कपूर है।
'''शिव कपूर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Shiv Kapur'', जन्म- [[12 फरवरी]] [[1982]], [[दिल्ली]]), पहले भारतीय है, जिन्होंने [[मलेशिया]] का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। इन्हे [[भारत]] का दूसरा सर्वश्रेष्ठ 'एमेच्योर गोल्फर' माना जाता है। बुसान खेलों के पूर्व शिव 12 बड़े चैंपियनशिप मुकाबले जीत चुका थे, तब उसकी आयु मात्र 19 वर्ष थी।


==परिचय==
==परिचय==
शिव कपूर का जन्म [[12 फरवरी]] 1982 को [[दिल्ली]] में हुआ था तथा इनके [[पिता]] का नाम श्री रवि कपूर है। इन्हें [[भारत]] का दूसरा सर्वश्रेष्ठ एमेच्योर गोल्फर माना जाता है। यह पहले भारतीय है, जिसने मलेशिया का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। शिव माडर्न स्कूल से पढ़ कर उच्च शिक्षा प्राप्त करने अमेरिका चले गये। वहीं से वह बुसान एशियाई खेलों में भाग लेने पहुंचे। ‘मात्र 8 वर्ष की आयु में उसने [[गॉल्फ़ |गोल्फ]] खेलना शुरू कर दिया,’ ऐसा कहना है उसके पिता जी का। वर्ष 2002 के बुसान एशियाई खेलों में शिव कपूर ने गोल्फ में स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।
शिव कपूर का जन्म [[12 फरवरी]] 1982 को [[दिल्ली]] में हुआ था तथा इनके [[पिता]] का नाम श्री रवि कपूर है। इन्हें [[भारत]] का दूसरा सर्वश्रेष्ठ एमेच्योर गोल्फर माना जाता है। यह पहले भारतीय है, जिन्होनें मलेशिया का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। शिव माडर्न स्कूल से पढ़ कर उच्च शिक्षा प्राप्त करने अमेरिका चले गये। वहीं से वह बुसान एशियाई खेलों में भाग लेने पहुंचे। ‘मात्र 8 वर्ष की आयु में उसने [[गॉल्फ़ |गोल्फ]] खेलना शुरू कर दिया। वर्ष 2002 के बुसान एशियाई खेलों में शिव कपूर ने गोल्फ में स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।


;चैंपियनशिप  
;चैंपियनशिप  
बुसान खेलों के पूर्व शिव 12 बड़े चैंपियनशिप मुकाबले जीत चुका थे, तब उसकी आयु मात्र 19 वर्ष थी। बुसान खेलों के बाद शिव पहले जीत की खुशी अपने परिवार के साथ मनाने भारत आये, फिर [[अमेरिका]] की पेरडू यूनीवर्सिटी के लिए रवाना हो गये, जहां उस वक्त वह शिक्षा ग्रहण कर रहा थे।
बुसान खेलों के पूर्व शिव 12 बड़े चैंपियनशिप मुकाबले जीत चुके थे, तब उसकी आयु मात्र 19 वर्ष थी। बुसान खेलों के बाद शिव पहले जीत की खुशी अपने परिवार के साथ मनाने भारत आये, फिर [[अमेरिका]] की पेरडू यूनीवर्सिटी के लिए रवाना हो गये, जहां उस वक्त वह शिक्षा ग्रहण कर रहा थे।
[[चित्र:Shiv-Kapur-1.jpg|thumb|250px|शिव कपूर]]  
[[चित्र:Shiv-Kapur-1.jpg|thumb|250px|शिव कपूर]]  
;एशियाड खेल
;एशियाड खेल
शिव ने बुसान में लोगों को बताया था कि कैसे लक्ष्मण सिंह से बातचीत का लाभ उसे हुआ। लक्ष्मण ने [[1982]] में एशियाड में [[स्वर्ण]] जीता था, उसके बाद इतने वर्षों बाद भारत को [[गॉल्फ़ |गोल्फ]] में स्वर्णिम कामयाबी मिली। लक्षण ने उनसे एशियाड को किसी और टूर्नामेंट की तरह ही लेने को कहा था और कहा था कि इससे तुम पर दबाव नहीं आएगा। दूसरे दिन तीन ओवर में 75 का खराब स्कोर बनाने के बाद भी लक्ष्मण ने उनका हौंसला बढ़ाया और फिर वह स्वर्णिम मुकाम तक पहुंचे।<ref>{{cite web |url=https://https://www.kaiseaurkya.com/shiv-kapur-biography-in-hindi-language/|title=शिव कपूर का जीवन परिचय |accessmonthday=2 अक्टूवर |accessyear=2016 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=कैसे और क्या |language=हिंदी }}</ref>
शिव ने बुसान में लोगों को बताया था कि कैसे लक्ष्मण सिंह से बातचीत का लाभ उसे हुआ। लक्ष्मण ने [[1982]] में एशियाड में [[स्वर्ण]] जीता था, उसके बाद इतने वर्षों बाद [[भारत]] को [[गॉल्फ़ |गोल्फ]] में स्वर्णिम कामयाबी मिली। लक्षण ने उनसे एशियाड को किसी और टूर्नामेंट की तरह ही लेने को कहा था और कहा था कि इससे तुम पर दबाव नहीं आएगा। दूसरे दिन तीन ओवर में 75 का खराब स्कोर बनाने के बाद भी लक्ष्मण ने उनका हौंसला बढ़ाया और फिर वह स्वर्णिम मुकाम तक पहुंचे।<ref>{{cite web |url=https://https://www.kaiseaurkya.com/shiv-kapur-biography-in-hindi-language/|title=शिव कपूर का जीवन परिचय |accessmonthday=2 अक्टूवर |accessyear=2016 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=कैसे और क्या |language=हिंदी }}</ref>


शिव एमेच्योर यानी गैर पेशेवर गोल्फर बनना चाहते हैं। अमेरिका के शीर्षस्थ खिलाड़ियों में एक शिव का सपना है कि प्रोफेशनल गोल्फर बनने के बाद वह यू. एस. टूर में खेले।
शिव एमेच्योर यानी गैर पेशेवर गोल्फर बनना चाहते हैं। अमेरिका के शीर्षस्थ खिलाड़ियों में एक शिव का सपना है कि प्रोफेशनल गोल्फर बनने के बाद वह यू. एस. टूर में खेले।
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==उपलब्धियां==
==उपलब्धियां==
#2002 में बुसान एशियाई खेलों में उन्होंने गोल्फ का स्वर्ण पदक जीता।
#2002 में बुसान एशियाई खेलों में उन्होंने गोल्फ का स्वर्ण पदक जीता।
#2010 में अर्जुन अटवाल पीजीए टूर जीतने वाला पहले भारतीय बने तथा उन्होंने विंडहैम चैंपियनशिप जीती थी।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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'''महेश भूपति''' (अंग्रेज़ी: ''Mahesh Bhupathi'', जन्म- [[7 जून]] [[1974]], बेंगलोर (कर्नाटक)), भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने [[टेनिस]] में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनका पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति है। भूपति को [[1996]] में ‘[[अर्जुन पुरस्कार]]’ दिया गया तथा [[26 मार्च]], [[2001]] को लिएंडर पेस के साथ [[भारत सरकार]] द्वारा [[पद्मश्री]] सम्मान प्रदान किया गया।
'''महेश भूपति''' (अंग्रेज़ी: ''Mahesh Bhupathi'', जन्म- [[7 जून]] [[1974]], बैंगलौर, कर्नाटक), भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने [[टेनिस]] में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनका पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति है। भूपति को [[1996]] में ‘[[अर्जुन पुरस्कार]]’ दिया गया तथा [[26 मार्च]], [[2001]] को लिएंडर पेस के साथ [[भारत सरकार]] द्वारा [[पद्मश्री]] सम्मान प्रदान किया गया।


== परिचय ==
== परिचय ==
महेश भूपति का जन्म 7 जून, [[1974]], को [[बेंगलोर]] ([[कर्नाटक]])), में हुआ था। इनका पूरा नाम 'महेश श्रीनिवास भूपति' है। भूपति ने टेनिस में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनके पिता जी का नाम 'सी. जी. के. भूपति' है। दाहिने हाथ के इस खिलाड़ी की लम्बाई 6 फुट दो इंच है। उसका निवास मस्कट, ओमान तथा भारत में बैगलोर है। टेनिस का खेल उनके परिवार के लिए कोई नया नहीं है। महेश के पिता जी टेनिस के खिलाड़ी और डेविस कप टीम के सदस्य रह चके है। भूपति के कोच एनरिको पिपनो हैं। इनको बम्बईया फिल्में देखना बहुत पसन्द है तथा वह फिल्मों की डी.वी.डी अपने साथ लेकर चलते है। महेश भूपति का पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति है। उसकी रैंक युगल युगल खेल में नम्बर 1 है। उसके शौक नेट-सर्फिंग और क्रिकेट खेलना है। उसने वर्ष [[2002]] में मॉडल श्वेता जयशंकर से विवाह कर लिया।
महेश भूपति का जन्म 7 जून, [[1974]], को [[बैंगलौर]], [[कर्नाटक]]), में हुआ था। इनका पूरा नाम 'महेश श्रीनिवास भूपति' है। भूपति ने टेनिस में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनके पिता जी का नाम 'सी. जी. के. भूपति' है। दाहिने हाथ के इस खिलाड़ी की लम्बाई 6 फुट दो इंच है। उसका निवास मस्कट, ओमान तथा भारत में बैंगलौर है। टेनिस का खेल उनके परिवार के लिए कोई नया नहीं है। महेश के पिता जी टेनिस के खिलाड़ी और डेविस कप टीम के सदस्य रह चके है। भूपति के कोच एनरिको पिपनो हैं। इनको बम्बईया फिल्में देखना बहुत पसन्द है तथा वह फिल्मों की डी.वी.डी अपने साथ लेकर चलते है। उनकी रैंक युगल खेल में नम्बर 1 है। उसके शौक नेट-सर्फिंग और क्रिकेट खेलना है। उन्होनें वर्ष [[2002]] में मॉडल श्वेता जयशंकर से विवाह हुआ था।


यह कहना गलत नहीं होगा कि कलकत्ता की तेजी (लिएंडर पेस) और बेंगलूर ताकत (महेश भूपति) के मिलते ही [[टेनिस]] की दुनिया में धमाल हो गया और जोड़ी ने [[1999]] में दुनिया की हर जोड़ी के छक्के छुड़ा दिए।
यह कहना गलत नहीं होगा कि कलकत्ता की तेजी (लिएंडर पेस) और बेंगलूर ताकत (महेश भूपति) के मिलते ही [[टेनिस]] की दुनिया में धमाल हो गया और जोड़ी ने [[1999]] में दुनिया की हर जोड़ी के छक्के छुड़ा दिए।
लिएंडर ने [[1996]] में भूपति के साथ युगल वर्ग का ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की भविष्यवाणी की थी, तब उसका अच्छा-खासा मजाक बनाया गया और उसे छोटा मुंह बड़ी बात कहा गया क्योंकि उस समय इनकी जोड़ी विश्व क्रम में 80 वें क्रम पर थी। परन्तु दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और सफलता के शिखर पर चढ़ते चले गए।
लिएंडर ने [[1996]] में भूपति के साथ युगल वर्ग का ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की भविष्यवाणी की थी, तब उनका अच्छा-खासा मजाक बनाया गया और उन्हें छोटा मुंह बड़ी बात कहा गया क्योंकि उस समय इनकी जोड़ी विश्व क्रम में 80 वें क्रम पर थी। परन्तु दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और सफलता के शिखर पर चढ़ते चले गए।


;फ्रेंच व विंबलडन खिताब
;फ्रेंच व विंबलडन खिताब
इसके पूर्व किसी भारतीय जोड़ी का एक या दो चक्र जीतना ही बहुत बड़ी बात समझी जाती थी। परन्तु लिएंडर और महेश भूपति की जोड़ी ने आठ ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से सात के सेमीफाइनल में प्रवेश किया, फिर उसके बाद पेस की कही बात सच साबित हुई जब इस युगल जोड़ी ने [[1999]] के फ्रेंच व विंबलडन खिताब जीते। ग्रैंड स्लैम के पहले पड़ाव आस्ट्रेलियाई ओपन में भी वह फाइनल में कड़े संघर्ष में हारी।
इसके पूर्व किसी भारतीय जोड़ी का एक या दो चक्र जीतना ही बहुत बड़ी बात समझी जाती थी। परन्तु लिएंडर और महेश भूपति की जोड़ी ने आठ ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से सात के सेमीफाइनल में प्रवेश किया, फिर उसके बाद पेस की कही बात सच साबित हुई जब इस युगल जोड़ी ने [[1999]] के फ्रेंच व विंबलडन खिताब जीते। ग्रैंड स्लैम के पहले पड़ाव आस्ट्रेलियाई ओपन में भी वह फाइनल में कड़े संघर्ष में हारी।
महेश भूपति के बारे में कहा जाता है कि वह लिंएडर पेस के विपरीत अन्तर्मुखी व संवेदनशील इंसान हैं। उस में जबर्दस्त पेशेवर परिपक्वता है।
महेश भूपति के बारे में कहा जाता है कि वह लिंएडर पेस के विपरीत अन्तर्मुखी व संवेदनशील इंसान हैं। उनमें जबर्दस्त पेशेवर परिपक्वता है।


उसने ऑल अमेरिका का एकल व युगल खिताब 1995 में जीता। अली हमदेह के साथ जोड़ी बनाकर [[1995]] में एन.सी.सी.ए. की युगल चैंपियनशिप जीती। तब उसने युगल खिलाड़ी के रूप में नं. 1 तथा एकल खिलाड़ी के रूप में नं. 3 रैंक पाई। वह भारतीय डेविस कप टीम का 1995 से ही सदस्य है।
भूपति ने ऑल अमेरिका का एकल व युगल खिताब 1995 में जीता था। अली हमदेह के साथ जोड़ी बनाकर [[1995]] में एन.सी.सी.ए. की युगल चैंपियनशिप जीती तब उन्होंने युगल खिलाड़ी के रूप में नं. 1 तथा एकल खिलाड़ी के रूप में नं. 3 रैंक पाई। वह भारतीय डेविस कप टीम के 1995 से ही सदस्य हैंं।
==पुरस्कार==
==पुरस्कार==
1996 में उसे ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिया गया। 26 मार्च, 2001 को महेश भूपति को लिएंडर पेस के साथ भारत सरकार द्वारा पद्‌मश्री सम्मान प्रदान किया गया।
[[1996]] में उसे ‘[[अर्जुन पुरस्कार]]’ दिया गया। 26 मार्च, [[2001]] को महेश भूपति को लिएंडर पेस के साथ भारत सरकार द्वारा [[पद्म श्री|पद्मश्री]] सम्मान प्रदान किया गया।


;महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी
;महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी


महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी समय-समय पर टूटती रही है। वर्ष 2004 में एथेंस में होने वाले ओलंपिक में इस जोड़ी ने पुन-युगल रूप में खेला था। महेश भूपति ने अपने कैरियर में 23 मैच हारे हैं। वह 16,29,993 अमेरिकी डालर इनाम में प्राप्त कर चुका हैं। युगल खेलों में वर्ष 2004 में उसने 22,700 अमेरिकी डालर जीते हैं।
महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी समय-समय पर टूटती रही है। वर्ष 2004 में एथेंस में होने वाले ओलंपिक में इस जोड़ी ने पुन-युगल रूप में खेला था। महेश भूपति ने अपने कैरियर में 23 मैच हारे हैं। वह 16,29,993 अमेरिकी डालर इनाम में प्राप्त कर चुका हैं। युगल खेलों में वर्ष [[2004]] में उसने 22,700 अमेरिकी डालर जीते हैं।


;एशियन खेल
;एशियन खेल  
भूपति ने पिछले एशियन खेलों में युगल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता था। 2004 में होने वाले एथेंस ओलंपिक में पुन: लिएंडर पेस के साथ जोड़ी के रूप में खेलने का निर्णय लिया। एथेंस ओलंपिक में लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी से भारत को पदक की बहुत आशा थी। ऐसा अनुमान था कि वे पेस के पिछले व्यक्तिगत पदक कांस्य से ऊपर रजत या स्वर्ण पदक जीतकर लौटेंगे। लेकिन अंत में भारत के हाथ निराशा ही लगी। यह जोड़ी ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहीं।
भूपति ने पिछले एशियन खेलों में युगल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता था। 2004 में होने वाले एथेंस ओलंपिक में पुन: लिएंडर पेस के साथ जोड़ी के रूप में खेलने का निर्णय लिया। एथेंस ओलंपिक में लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी से भारत को पदक की बहुत आशा थी। ऐसा अनुमान था कि वे पेस के पिछले व्यक्तिगत पदक कांस्य से ऊपर रजत या स्वर्ण पदक जीतकर लौटेंगे। लेकिन अंत में [[भारत]] के हाथ निराशा ही लगी। यह जोड़ी ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहीं।


सदाबहार खिलाड़ी सितारे महेश भूपति और लिएंडर पेस ने वर्ष [[2006]] में टेनिस कोर्ट पर कामयाबी का शानदार इतिहास लिख डाला। दिसंबर 2006 मे दोहा में हुए एशियाई खेलों में इन दोनों ने पुरुष डबल्स जीतकर अपने प्रशंसकों से वाहवाही लूटी। 2006 में महेश भूपति ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर आस्ट्रेलियन ओपन में मिक्सड डबल्स का खिताब जीता। यह महेश भूपति के कैरियर का छठा मिक्सड डबल्स खिताब था।
सदाबहार खिलाड़ी सितारे महेश भूपति और लिएंडर पेस ने वर्ष [[2006]] में टेनिस कोर्ट पर कामयाबी का शानदार इतिहास लिख डाला। दिसंबर 2006 मे दोहा में हुए एशियाई खेलों में इन दोनों ने पुरुष डबल्स जीतकर अपने प्रशंसकों से वाहवाही लूटी। 2006 में महेश भूपति ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर आस्ट्रेलियन ओपन में मिक्सड डबल्स का खिताब जीता। यह महेश भूपति के कैरियर का छठा मिक्सड डबल्स खिताब था।
;मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता
;मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता
महेश ने 1991 में भारत का प्रतिनिधित्व किया 1992 की विबंलडन जूनियर डबल्स चैंपियनशिप में वह फाइनल में पहुंचे। इसी वर्ष उस चीनी ब मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता जीती।
महेश ने [[1991]] में भारत का प्रतिनिधित्व किया [[1992]] की विबंलडन जूनियर डबल्स चैंपियनशिप में वह फाइनल में पहुंचे। इसी वर्ष उस चीनी ब मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता जीती।


==उपलब्धियां==
==उपलब्धियां==
#1994 में अमेरिकन कालिजस्ट टूर्नामेंट जीता। उसी वर्ष इण्डोनेशियन ओपन की एकल चैंपियनशिप जीती। 1994 व 1995 में वह राष्ट्रीय चैंपियन बने। 1995 में डेविस कप में हांगकाग के विरुद्ध खेला।
{|class="bharattable-pink"
#1995 में अरूबा चैलेंजर में पेस के साथ युगल खिताब जीता।
|-
#1996 में पांच चैलेंजर युगल खिताब जीते।
! क्र. सं. !! सन !! महेश भूपति की उपलब्धियाँ
#1997 में जापान की राकी हिराकी के साथ फ्रेंच ओपन जीतने के साथ अपना ग्रैंड स्लैम का खिताबी सफर शुरू किया।
|-
#1997 में पेस के साथ खेलते हुए सात में छह ए. टी. सी. युगल खिताब पर कब्जा किया। जिससे इस युगल ने ए. टी. पी. विश्व डबल्स कप के लिए क्वालीफाई कर लिया। फाइनल में हार लीच स्टार्क से और टीम रैकिंग में पेस के साथ चौथे नम्बर पर रहे तथा एकल रैंकिंग में 11वें नम्बर पर रहे।
| 1.|| [[1994]]|| में अमेरिकन कालिजस्ट टूर्नामेंट जीता। उसी वर्ष इण्डोनेशियन ओपन की एकल चैंपियनशिप जीती।
#1997 में ही रोलैन्ड गैरर्स में मिश्रित युगल खिताब जीता। चिली की सिबर्सरीन को हरा कर भारत को डेविस कप में 3-2 से विजय दिलाई।
|-
#1998 में लॉस एंजोलिस में युगल चैंपियनशिप जीती।
| 2.|| 1994 व 1995 ||में वह राष्ट्रीय चैंपियन बने।
#1998 में 98 विश्व ग्रुप में 6-2 के रिकार्ड के साथ युगल मुकाबले में फाइनल में पहुंचे और ए. टी. पी. विश्व युगल चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
|-
#1999 का वर्ष उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ वर्ष रहा जिसमें उन्होंने 1999 में तीन युगल खिताब जीते जिसमें रोलैण्ड गैरोस और विबंलडन शामिल है। इस वर्ष लिएंडर व भूपति की जोड़ी भारत की पहली जोड़ी बनी जो चारों ग्रैंड स्लैम मुकाबलों के फाइनल में पहुंची। 26 अप्रैल को इस जोड़ी की रैकिंग में नम्बर एक स्थान मिला। इस जोड़ी ने फ्रेंच व विबंलडन खिताब भी जीता।
| 3.|| [[1995]]||  में डेविस कप में हांगकाग के विरुद्ध खेला।
#1999 में ही यह जोड़ी यू. एस. ओपन व आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची। यह जोड़ी ए. टी. पी. वर्ल्ड  चैंपियनशिप के में फाइनल में हार गई।
|-
#1999 के नवम्बर माह में भूपति की कंधे की सर्जरी की गई। बड़े-बड़े मुकाबले जीतने के कारण इस जोडी को 6,18,004 डालर की राशि पुरस्कार में मिली।
| 4.|| 1995 ||में अरूबा चैलेंजर में पेस के साथ युगल खिताब जीता।
#कंधे की सर्जरी के बाद 2000 में दो युगल खिताब जीते। सेंट पोयल्टन क्राट्‌जमैन के साथ व टोक्यो में पेस के साथ जोड़ी बनाकर खिताब जीते। 2000 में डबल्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे।
|-
#2001 में 6 डबल्स के फाइनल में 4 मुकाबले जीते। ए.टी.पी. टीम मुकाबले में चौथे नंबर पर रही। इंडियन पोलिस मुकाबले में भूपति फाइनल में पहुंचे।
| 5.|| [[1996]]|| में पांच चैलेंजर युगल खिताब जीते।
#2001 में बार रोडलैंड गैरोस खिताब जीता और तीसरा ग्रैंड स्लैम युगल खिताब हासिल किया। मास्को, बेसेल और टी एम एस पेरिस मुकाबलों में फाइनल तक पहुंचा।
|-
#2002 में अलग-अलग जोड़ियों के साथ पांच युगल खिताब जीते और युगल मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहा। इस वर्ष अपने कैरियर में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 56 मैच जीते। इस वर्ष उसके साथ अधिकाशंत: मैक्स मिरनी की जोड़ी रही। यह जोड़ी ए.टी.पी. युगल मुकाबलों में पांचवें स्थान पर रही।
| 6.|| [[1997]] || में जापान की राकी हिराकी के साथ फ्रेंच ओपन जीतने के साथ अपना ग्रैंड स्लैम का खिताबी सफर शुरू किया।
#2002 में यू.एस. ओपन व विंबलडन ख़िताब जीते। चेन्नै और भलोर्का के ख़िताब पेस के साथ जोड़ी बना कर जीते।
|-
#2002 में टी.एम.एस. हैम्बर्ग ख़िताब जीता। इसी वर्ष अपने कैरियर का तीसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन में मिश्रित युगल में जीता।
| 7.|| 1997 ||  में पेस के साथ खेलते हुए सात में छह ए. टी. सी. युगल खिताब पर कब्जा किया। जिससे इस युगल ने ए. टी. पी. विश्व डबल्स कप के लिए क्वालीफाई कर लिया। फाइनल में हार लीच स्टार्क से और टीम रैकिंग में पेस के साथ चौथे नम्बर पर रहे तथा एकल रैंकिंग में 11वें नम्बर पर रहे।
#2003 में कनाडा टी.एम.एस., मैड्रिड टी.एम.एस., मोंटी कार्लो टी.एम.एस. मास्को खिताबों पर विजय प्राप्त की।
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#2004 में रोम टी.एम.एस. आकलैंड व दुबई के ख़िताब भूपति जीत चुका है।
| 8.|| 1997||  में ही रोलैन्ड गैरर्स में मिश्रित युगल खिताब जीता। चिली की सिबर्सरीन को हरा कर [[भारत]] को डेविस कप में 3-2 से विजय दिलाई।
#जनवरी 2006 में महेश भूपति ने स्विट्ज़रलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस में मिश्रित युगल फाइनल जीत लिया और इस प्रकार वह अपने कैरियर का #10वां ग्रैंड स्लैम ख़िताब हासिल करने में सफल रहे। यह भूपति का छठा और लगातार तीसरा ग्रैंड स्लैम मिश्रित युगल ख़िताब था। वर्ष 2005 में भूपति ने यू एस ओपन ख़िताब जीता था।
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#सितम्बर 2006 में महेश ने बीजिंग ओपन का युगल ख़िताब जीता। उसने फ़्रोएशिया के मारियो एंविच के साथ युगल वर्ग में 4 लाख 75 हजार अमेरिकी डालर की बीजिंग ओपन ए.टी.पी. टेनिस प्रतियोगिता में खिताबी जीत हासिल की।
| 9.|| [[1998]]|| में लॉस एंजोलिस में युगल चैंपियनशिप जीती।
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| 10.|| [[1998]] || में 98 विश्व ग्रुप में 6-2 के रिकार्ड के साथ युगल मुकाबले में फाइनल में पहुंचे और ए. टी. पी. विश्व युगल चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
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| 11.|| [[1999]]||  का वर्ष उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ वर्ष रहा जिसमें उन्होंने 1999 में तीन युगल खिताब जीते जिसमें रोलैण्ड गैरोस और विबंलडन शामिल है। इस वर्ष लिएंडर व भूपति की जोड़ी भारत की पहली जोड़ी बनी जो चारों ग्रैंड स्लैम मुकाबलों के फाइनल में पहुंची। 26 अप्रैल को इस जोड़ी की रैकिंग में नम्बर एक स्थान मिला। इस जोड़ी ने फ्रेंच व विबंलडन खिताब भी जीता।
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| 12.|| 1999||  में ही यह जोड़ी यू. एस. ओपन व आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची। यह जोड़ी ए. टी. पी. वर्ल्ड  चैंपियनशिप के में फाइनल में हार गई।
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| 13.|| 1999 ||के नवम्बर माह में भूपति की कंधे की सर्जरी की गई। बड़े-बड़े मुकाबले जीतने के कारण इस जोडी को 6,18,004 डालर की राशि पुरस्कार में मिली।
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| 14.|| [[2000]] || कंधे की सर्जरी के बाद में दो युगल खिताब जीते। सेंट पोयल्टन क्राट्‌जमैन के साथ व टोक्यो में पेस के साथ जोड़ी बनाकर खिताब जीते।
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| 15.|| 2000 ||में डबल्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे।
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| 16.|| [[2001]]||  में 6 डबल्स के फाइनल में 4 मुकाबले जीते। ए.टी.पी. टीम मुकाबले में चौथे नंबर पर रही। इंडियन पोलिस मुकाबले में भूपति फाइनल में पहुंचे।
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| 17.|| 2001|| में बार रोडलैंड गैरोस खिताब जीता और तीसरा ग्रैंड स्लैम युगल खिताब हासिल किया। मास्को, बेसेल और टी एम एस पेरिस मुकाबलों में फाइनल तक पहुंचा।
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| 18.|| [[2002]]|| में अलग-अलग जोड़ियों के साथ पांच युगल खिताब जीते और युगल मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहा। इस वर्ष अपने कैरियर में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 56 मैच जीते। इस वर्ष उसके साथ अधिकाशंत: मैक्स मिरनी की जोड़ी रही। यह जोड़ी ए.टी.पी. युगल मुकाबलों में पांचवें स्थान पर रही।
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| 19.|| 2002|| में यू.एस. ओपन व विंबलडन ख़िताब जीते। चेन्नै और भलोर्का के ख़िताब पेस के साथ जोड़ी बना कर जीते।
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| 20.|| 2002 ||में टी.एम.एस. हैम्बर्ग ख़िताब जीता। इसी वर्ष अपने कैरियर का तीसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन में मिश्रित युगल में जीता।
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|21.|| [[2003]] || में कनाडा टी.एम.एस., मैड्रिड टी.एम.एस., मोंटी कार्लो टी.एम.एस. मास्को खिताबों पर विजय प्राप्त की।
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|22.||[[2004]] ||में रोम टी.एम.एस. आकलैंड व दुबई के ख़िताब भूपति जीत चुका है।
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|23.||जनवरी [[2006]]|| में महेश भूपति ने स्विट्ज़रलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ आस्ट्रेलियन ओपन [[टेनिस]] में मिश्रित युगल फाइनल जीत लिया और इस प्रकार वह अपने कैरियर का 10वां ग्रैंड स्लैम ख़िताब हासिल करने में सफल रहे। यह भूपति का छठा और लगातार तीसरा ग्रैंड स्लैम मिश्रित युगल ख़िताब था।  
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|24.|| 2005|| में भूपति ने यू एस ओपन ख़िताब जीता था।
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|25.||सितम्बर 2006 ||में महेश ने बीजिंग ओपन का युगल ख़िताब जीता। उसने फ़्रोएशिया के मारियो एंविच के साथ युगल वर्ग में 4 लाख 75 हजार अमेरिकी डालर की बीजिंग ओपन ए.टी.पी. टेनिस प्रतियोगिता में खिताबी जीत हासिल की।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

11:05, 5 अक्टूबर 2016 का अवतरण

दीपिका
शिव कपूर
शिव कपूर
पूरा नाम शिव कपूर
जन्म 12 फरवरी 1982
जन्म भूमि दिल्ली
अभिभावक श्री रवि कपूर
कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र गोल्फ
विद्यालय पेरडू यूनीवर्सिटी, (अमेरिका)
पुरस्कार-उपाधि एशियाई खेल’ (2002)
प्रसिद्धि भारतीय गोल्फर
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी 'शिव कपूर' ने वर्ष 2002 में बुसान एशियाई खेलों में गोल्फ में स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया था।

शिव कपूर (अंग्रेज़ी: Shiv Kapur, जन्म- 12 फरवरी 1982, दिल्ली), पहले भारतीय है, जिन्होंने मलेशिया का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। इन्हे भारत का दूसरा सर्वश्रेष्ठ 'एमेच्योर गोल्फर' माना जाता है। बुसान खेलों के पूर्व शिव 12 बड़े चैंपियनशिप मुकाबले जीत चुका थे, तब उसकी आयु मात्र 19 वर्ष थी।

परिचय

शिव कपूर का जन्म 12 फरवरी 1982 को दिल्ली में हुआ था तथा इनके पिता का नाम श्री रवि कपूर है। इन्हें भारत का दूसरा सर्वश्रेष्ठ एमेच्योर गोल्फर माना जाता है। यह पहले भारतीय है, जिन्होनें मलेशिया का ओपन एमेच्योर चैंपियनशिप मुकाबला जीता था। शिव माडर्न स्कूल से पढ़ कर उच्च शिक्षा प्राप्त करने अमेरिका चले गये। वहीं से वह बुसान एशियाई खेलों में भाग लेने पहुंचे। ‘मात्र 8 वर्ष की आयु में उसने गोल्फ खेलना शुरू कर दिया। वर्ष 2002 के बुसान एशियाई खेलों में शिव कपूर ने गोल्फ में स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।

चैंपियनशिप

बुसान खेलों के पूर्व शिव 12 बड़े चैंपियनशिप मुकाबले जीत चुके थे, तब उसकी आयु मात्र 19 वर्ष थी। बुसान खेलों के बाद शिव पहले जीत की खुशी अपने परिवार के साथ मनाने भारत आये, फिर अमेरिका की पेरडू यूनीवर्सिटी के लिए रवाना हो गये, जहां उस वक्त वह शिक्षा ग्रहण कर रहा थे।

शिव कपूर
एशियाड खेल

शिव ने बुसान में लोगों को बताया था कि कैसे लक्ष्मण सिंह से बातचीत का लाभ उसे हुआ। लक्ष्मण ने 1982 में एशियाड में स्वर्ण जीता था, उसके बाद इतने वर्षों बाद भारत को गोल्फ में स्वर्णिम कामयाबी मिली। लक्षण ने उनसे एशियाड को किसी और टूर्नामेंट की तरह ही लेने को कहा था और कहा था कि इससे तुम पर दबाव नहीं आएगा। दूसरे दिन तीन ओवर में 75 का खराब स्कोर बनाने के बाद भी लक्ष्मण ने उनका हौंसला बढ़ाया और फिर वह स्वर्णिम मुकाम तक पहुंचे।[1]

शिव एमेच्योर यानी गैर पेशेवर गोल्फर बनना चाहते हैं। अमेरिका के शीर्षस्थ खिलाड़ियों में एक शिव का सपना है कि प्रोफेशनल गोल्फर बनने के बाद वह यू. एस. टूर में खेले।

उपलब्धियां

  1. 2002 में बुसान एशियाई खेलों में उन्होंने गोल्फ का स्वर्ण पदक जीता।
  2. 2010 में अर्जुन अटवाल पीजीए टूर जीतने वाला पहले भारतीय बने तथा उन्होंने विंडहैम चैंपियनशिप जीती थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. शिव कपूर का जीवन परिचय (हिंदी) कैसे और क्या। अभिगमन तिथि: 2 अक्टूवर, 2016।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख











दीपिका
महेश भूपति
महेश भूपति
पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति
जन्म 7 जून 1974,
जन्म भूमि बेंगलोर (कर्नाटक)
अभिभावक सी. जी. के. भूपति
पति/पत्नी श्वेता जयशंकर
कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र टेनिस
पुरस्कार-उपाधि 'अर्जुन पुरस्कार' (1996), 'पद्मश्री' (2001), अमेरिकन कालिजस्ट टूर्नामेंट, 1994,
प्रसिद्धि टेनिस
नागरिकता भारतीय
संबंधित लेख कर्णम मल्लेश्वरी
कोच एनरिको पिपनो
अन्य जानकारी 'महेश भूपति' ने 2002 में अलग-अलग जोड़ियों के साथ पांच युगल खिताब जीते और युगल मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहा। इस वर्ष अपने कैरियर में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 56 मैच जीते।

महेश भूपति (अंग्रेज़ी: Mahesh Bhupathi, जन्म- 7 जून 1974, बैंगलौर, कर्नाटक), भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेनिस में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनका पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति है। भूपति को 1996 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिया गया तथा 26 मार्च, 2001 को लिएंडर पेस के साथ भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया।

परिचय

महेश भूपति का जन्म 7 जून, 1974, को बैंगलौर, कर्नाटक), में हुआ था। इनका पूरा नाम 'महेश श्रीनिवास भूपति' है। भूपति ने टेनिस में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है। इनके पिता जी का नाम 'सी. जी. के. भूपति' है। दाहिने हाथ के इस खिलाड़ी की लम्बाई 6 फुट दो इंच है। उसका निवास मस्कट, ओमान तथा भारत में बैंगलौर है। टेनिस का खेल उनके परिवार के लिए कोई नया नहीं है। महेश के पिता जी टेनिस के खिलाड़ी और डेविस कप टीम के सदस्य रह चके है। भूपति के कोच एनरिको पिपनो हैं। इनको बम्बईया फिल्में देखना बहुत पसन्द है तथा वह फिल्मों की डी.वी.डी अपने साथ लेकर चलते है। उनकी रैंक युगल खेल में नम्बर 1 है। उसके शौक नेट-सर्फिंग और क्रिकेट खेलना है। उन्होनें वर्ष 2002 में मॉडल श्वेता जयशंकर से विवाह हुआ था।

यह कहना गलत नहीं होगा कि कलकत्ता की तेजी (लिएंडर पेस) और बेंगलूर ताकत (महेश भूपति) के मिलते ही टेनिस की दुनिया में धमाल हो गया और जोड़ी ने 1999 में दुनिया की हर जोड़ी के छक्के छुड़ा दिए। लिएंडर ने 1996 में भूपति के साथ युगल वर्ग का ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की भविष्यवाणी की थी, तब उनका अच्छा-खासा मजाक बनाया गया और उन्हें छोटा मुंह बड़ी बात कहा गया क्योंकि उस समय इनकी जोड़ी विश्व क्रम में 80 वें क्रम पर थी। परन्तु दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और सफलता के शिखर पर चढ़ते चले गए।

फ्रेंच व विंबलडन खिताब

इसके पूर्व किसी भारतीय जोड़ी का एक या दो चक्र जीतना ही बहुत बड़ी बात समझी जाती थी। परन्तु लिएंडर और महेश भूपति की जोड़ी ने आठ ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से सात के सेमीफाइनल में प्रवेश किया, फिर उसके बाद पेस की कही बात सच साबित हुई जब इस युगल जोड़ी ने 1999 के फ्रेंच व विंबलडन खिताब जीते। ग्रैंड स्लैम के पहले पड़ाव आस्ट्रेलियाई ओपन में भी वह फाइनल में कड़े संघर्ष में हारी। महेश भूपति के बारे में कहा जाता है कि वह लिंएडर पेस के विपरीत अन्तर्मुखी व संवेदनशील इंसान हैं। उनमें जबर्दस्त पेशेवर परिपक्वता है।

भूपति ने ऑल अमेरिका का एकल व युगल खिताब 1995 में जीता था। अली हमदेह के साथ जोड़ी बनाकर 1995 में एन.सी.सी.ए. की युगल चैंपियनशिप जीती तब उन्होंने युगल खिलाड़ी के रूप में नं. 1 तथा एकल खिलाड़ी के रूप में नं. 3 रैंक पाई। वह भारतीय डेविस कप टीम के 1995 से ही सदस्य हैंं।

पुरस्कार

1996 में उसे ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिया गया। 26 मार्च, 2001 को महेश भूपति को लिएंडर पेस के साथ भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया।

महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी

महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी समय-समय पर टूटती रही है। वर्ष 2004 में एथेंस में होने वाले ओलंपिक में इस जोड़ी ने पुन-युगल रूप में खेला था। महेश भूपति ने अपने कैरियर में 23 मैच हारे हैं। वह 16,29,993 अमेरिकी डालर इनाम में प्राप्त कर चुका हैं। युगल खेलों में वर्ष 2004 में उसने 22,700 अमेरिकी डालर जीते हैं।

एशियन खेल

भूपति ने पिछले एशियन खेलों में युगल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता था। 2004 में होने वाले एथेंस ओलंपिक में पुन: लिएंडर पेस के साथ जोड़ी के रूप में खेलने का निर्णय लिया। एथेंस ओलंपिक में लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी से भारत को पदक की बहुत आशा थी। ऐसा अनुमान था कि वे पेस के पिछले व्यक्तिगत पदक कांस्य से ऊपर रजत या स्वर्ण पदक जीतकर लौटेंगे। लेकिन अंत में भारत के हाथ निराशा ही लगी। यह जोड़ी ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहीं।

सदाबहार खिलाड़ी सितारे महेश भूपति और लिएंडर पेस ने वर्ष 2006 में टेनिस कोर्ट पर कामयाबी का शानदार इतिहास लिख डाला। दिसंबर 2006 मे दोहा में हुए एशियाई खेलों में इन दोनों ने पुरुष डबल्स जीतकर अपने प्रशंसकों से वाहवाही लूटी। 2006 में महेश भूपति ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर आस्ट्रेलियन ओपन में मिक्सड डबल्स का खिताब जीता। यह महेश भूपति के कैरियर का छठा मिक्सड डबल्स खिताब था।

मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता

महेश ने 1991 में भारत का प्रतिनिधित्व किया 1992 की विबंलडन जूनियर डबल्स चैंपियनशिप में वह फाइनल में पहुंचे। इसी वर्ष उस चीनी ब मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता जीती।

उपलब्धियां

क्र. सं. सन महेश भूपति की उपलब्धियाँ
1. 1994 में अमेरिकन कालिजस्ट टूर्नामेंट जीता। उसी वर्ष इण्डोनेशियन ओपन की एकल चैंपियनशिप जीती।
2. 1994 व 1995 में वह राष्ट्रीय चैंपियन बने।
3. 1995 में डेविस कप में हांगकाग के विरुद्ध खेला।
4. 1995 में अरूबा चैलेंजर में पेस के साथ युगल खिताब जीता।
5. 1996 में पांच चैलेंजर युगल खिताब जीते।
6. 1997 में जापान की राकी हिराकी के साथ फ्रेंच ओपन जीतने के साथ अपना ग्रैंड स्लैम का खिताबी सफर शुरू किया।
7. 1997 में पेस के साथ खेलते हुए सात में छह ए. टी. सी. युगल खिताब पर कब्जा किया। जिससे इस युगल ने ए. टी. पी. विश्व डबल्स कप के लिए क्वालीफाई कर लिया। फाइनल में हार लीच स्टार्क से और टीम रैकिंग में पेस के साथ चौथे नम्बर पर रहे तथा एकल रैंकिंग में 11वें नम्बर पर रहे।
8. 1997 में ही रोलैन्ड गैरर्स में मिश्रित युगल खिताब जीता। चिली की सिबर्सरीन को हरा कर भारत को डेविस कप में 3-2 से विजय दिलाई।
9. 1998 में लॉस एंजोलिस में युगल चैंपियनशिप जीती।
10. 1998 में 98 विश्व ग्रुप में 6-2 के रिकार्ड के साथ युगल मुकाबले में फाइनल में पहुंचे और ए. टी. पी. विश्व युगल चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
11. 1999 का वर्ष उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ वर्ष रहा जिसमें उन्होंने 1999 में तीन युगल खिताब जीते जिसमें रोलैण्ड गैरोस और विबंलडन शामिल है। इस वर्ष लिएंडर व भूपति की जोड़ी भारत की पहली जोड़ी बनी जो चारों ग्रैंड स्लैम मुकाबलों के फाइनल में पहुंची। 26 अप्रैल को इस जोड़ी की रैकिंग में नम्बर एक स्थान मिला। इस जोड़ी ने फ्रेंच व विबंलडन खिताब भी जीता।
12. 1999 में ही यह जोड़ी यू. एस. ओपन व आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची। यह जोड़ी ए. टी. पी. वर्ल्ड चैंपियनशिप के में फाइनल में हार गई।
13. 1999 के नवम्बर माह में भूपति की कंधे की सर्जरी की गई। बड़े-बड़े मुकाबले जीतने के कारण इस जोडी को 6,18,004 डालर की राशि पुरस्कार में मिली।
14. 2000 कंधे की सर्जरी के बाद में दो युगल खिताब जीते। सेंट पोयल्टन क्राट्‌जमैन के साथ व टोक्यो में पेस के साथ जोड़ी बनाकर खिताब जीते।
15. 2000 में डबल्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे।
16. 2001 में 6 डबल्स के फाइनल में 4 मुकाबले जीते। ए.टी.पी. टीम मुकाबले में चौथे नंबर पर रही। इंडियन पोलिस मुकाबले में भूपति फाइनल में पहुंचे।
17. 2001 में बार रोडलैंड गैरोस खिताब जीता और तीसरा ग्रैंड स्लैम युगल खिताब हासिल किया। मास्को, बेसेल और टी एम एस पेरिस मुकाबलों में फाइनल तक पहुंचा।
18. 2002 में अलग-अलग जोड़ियों के साथ पांच युगल खिताब जीते और युगल मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहा। इस वर्ष अपने कैरियर में सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 56 मैच जीते। इस वर्ष उसके साथ अधिकाशंत: मैक्स मिरनी की जोड़ी रही। यह जोड़ी ए.टी.पी. युगल मुकाबलों में पांचवें स्थान पर रही।
19. 2002 में यू.एस. ओपन व विंबलडन ख़िताब जीते। चेन्नै और भलोर्का के ख़िताब पेस के साथ जोड़ी बना कर जीते।
20. 2002 में टी.एम.एस. हैम्बर्ग ख़िताब जीता। इसी वर्ष अपने कैरियर का तीसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन में मिश्रित युगल में जीता।
21. 2003 में कनाडा टी.एम.एस., मैड्रिड टी.एम.एस., मोंटी कार्लो टी.एम.एस. मास्को खिताबों पर विजय प्राप्त की।
22. 2004 में रोम टी.एम.एस. आकलैंड व दुबई के ख़िताब भूपति जीत चुका है।
23. जनवरी 2006 में महेश भूपति ने स्विट्ज़रलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस में मिश्रित युगल फाइनल जीत लिया और इस प्रकार वह अपने कैरियर का 10वां ग्रैंड स्लैम ख़िताब हासिल करने में सफल रहे। यह भूपति का छठा और लगातार तीसरा ग्रैंड स्लैम मिश्रित युगल ख़िताब था।
24. 2005 में भूपति ने यू एस ओपन ख़िताब जीता था।
25. सितम्बर 2006 में महेश ने बीजिंग ओपन का युगल ख़िताब जीता। उसने फ़्रोएशिया के मारियो एंविच के साथ युगल वर्ग में 4 लाख 75 हजार अमेरिकी डालर की बीजिंग ओपन ए.टी.पी. टेनिस प्रतियोगिता में खिताबी जीत हासिल की।
पन्ने की प्रगति अवस्था
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