ज्वार मुहाना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
ज्वार मुहाना साधारणत: नदी के उस भाग को कहते हैं, जिसमें ज्वार आता है। परंतु सही अर्थ में 'ज्वार मुहाना' शब्द उस नदी के लिये प्रयुक्त होता है, जिसका एक ही मुहाना हो और मुहाने का स्वरूप अंग्रेज़ी के 'वी' (V) अक्षर के आकार का हो और जो समुद्र की ओर सबसे अधिक चौड़ा हो।[1]
- टेम्स नदी तथा सेवर्न नदियों के मुहाने ज्वार मुहाने के अच्छे उदाहरण हैं।
- हुगली नदी में भी ज्वार आता है, परंतु यह गंगा की एक शाखा है, अत: इसके मुहाने को 'ज्वार मुहाना' नहीं कहा जा सकता।
- ज्वार मुहाने में ज्वार भाटा के कारण नदी जो भी तलछट अपने साथ बहाकर लाती है, इकट्ठा नहीं होने पाता और मुहाने की गहराई अपेक्षाकृत अधिक रहती है।
- संसार में प्राय: सभी बड़े-बड़े बंदरगाह नदी के ज्वार मुहाने पर ही स्थित हैं।
- ज्वार मुहाना नदी के निचले भाग के धँस जाने के कारण, या नदी और ज्वार भाटा के लगातार सम्मिलित कटाव के कारण, सँकरे मुहाने चौड़े हो जाने से बनता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ज्वार मुहाना (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 30 अप्रैल, 2014।