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*उत्तरी स्याम ([[थाईलैंड]]) में स्थित प्राचीन भारतीय राज्य जिसका वृतांत स्याम की [[पाली भाषा|पाली]] इतिहास कथाओं-चामदेवीवंश तथा जिनका मालिनी (15वीं-16वीं शती ई॰) में मिलता है।  
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'''हरिपुंजय''' उत्तरी [[स्याम]] ([[थाईलैंड]]) में स्थित प्राचीन भारतीय राज्य है जिसका वृतांत स्याम की [[पाली भाषा|पाली]] इतिहास कथाओं-चामदेवीवंश तथा जिनका मालिनी (15वीं-16वीं शती ई॰) में मिलता है।  
 
*इनसे ज्ञात होता है कि हरिपुंजय की स्थापना 661 ई॰ में ऋषि वासुदेव ने की थी।  
 
*इनसे ज्ञात होता है कि हरिपुंजय की स्थापना 661 ई॰ में ऋषि वासुदेव ने की थी।  
 
*दो वर्ष पश्चात् इनका निमंत्रण पाकर चामदेवी, जो लवणपुरी की राजकुमारी थी, यहां आयी थी।  
 
*दो वर्ष पश्चात् इनका निमंत्रण पाकर चामदेवी, जो लवणपुरी की राजकुमारी थी, यहां आयी थी।  
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11:30, 24 मई 2014 के समय का अवतरण

हरिपुंजय उत्तरी स्याम (थाईलैंड) में स्थित प्राचीन भारतीय राज्य है जिसका वृतांत स्याम की पाली इतिहास कथाओं-चामदेवीवंश तथा जिनका मालिनी (15वीं-16वीं शती ई॰) में मिलता है।

  • इनसे ज्ञात होता है कि हरिपुंजय की स्थापना 661 ई॰ में ऋषि वासुदेव ने की थी।
  • दो वर्ष पश्चात् इनका निमंत्रण पाकर चामदेवी, जो लवणपुरी की राजकुमारी थी, यहां आयी थी।
  • इसके साथ अनेक बौद्ध भिक्षु भी आये थे।
  • जिन्होंने हरिपुंजय में बौद्ध धर्म का प्रचार किया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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