- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- यह व्रत फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को एक वर्ष के लिए करना चाहिए।
- वासुदेव की पूजा करनी चाहिए।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विष्णुधर्मोत्तर पुराण (3|143|1–7), हेमाद्रि व्रतखण्ड (1, 506, चतुर्मूर्तिव्रत)।
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