शान्ता चतुर्थी

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  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को शान्ता कहा जाता है।
  • शान्ता चतुर्थी को उपवास एवं गणेश पूजा की जाती है।
  • तिथिव्रत; देवता गणेश; होम; घृत, गुड़ से पकाये गये चावल एवं नमक का नैवेद्य करना चाहिए।
  • ऐसी मान्यता है कि शान्ता चतुर्थी के दिन स्नान एवं साधारण आहुतियों से एक सहस्र गुना पुण्य प्राप्त होता है।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत खण्ड 1, 513-514, भविष्य पुराण 1|39|6-10 से उद्धरण

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