युगादि तिथियाँ
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- नारद पुराण[1], हेमाद्रि[2], तिथितत्व[3], निर्णयसिन्धु[4], पुरुषचिन्तामणि[5], विष्णु पुराण[6] और भुजबल निबन्ध[7] में इसका उल्लेख प्राप्त है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नारदपुराण (1|53|147-148
- ↑ हेमाद्रि (काल॰ 649-655);
- ↑ तिथितत्त्व (187);
- ↑ निर्णयसिन्धु (94-95);
- ↑ पुरुषचिन्तामणि (86-89);
- ↑ विष्णुपुराण (3|14|12-13);
- ↑ भुजबल निबन्ध (पृष्ठ 42
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