![]() |
एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मंगल (बहुविकल्पी) |
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- वर्षक्रियाकौमुदी[1] में इस व्रत को करने की विस्तृत विधि दी हुई है।
- इसे 'ललितकान्ता' भी कहा गया है।
- उसकी पूजा के लिए मन्त्र (ललित गायत्री) यह है–
'नारायण्यै विद्महे त्वां चण्डिकायै तु धीमहि।
तन्नो ललितकान्तेति ततः पश्चात्प्रचोदयात्।';
- अष्टमी एवं नवमी पर पूजा की जाती है।
- उसकी पूजा किसी वस्त्र खण्ड पर या प्रतिमा के रूप में या घट पर की जा सकती है।
- ऐसी मान्यता है कि मंगल की पूजा करने पर कामनाओं की पूर्ति होती है।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|