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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है।
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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है।
 
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*एक प्रस्थ तिल का दान किया जाता है।<ref>हेमाद्रि व्रतखण्ड (1|1147), विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण।</ref>
 
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07:57, 21 मार्च 2011 के समय का अवतरण

  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • पुनर्वसु–नक्षत्र के साथ शुक्ल एकादशी को एक वर्ष के लिए,
  • एक प्रस्थ तिल का दान किया जाता है।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि व्रतखण्ड (1|1147), विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण।

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