एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"नील ज्येष्ठा" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (नीलज्येष्ठा का नाम बदलकर नील ज्येष्ठा कर दिया गया है)
छो (Text replace - " {{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "")
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
*इसमें सप्ताह का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण बात है, उसके बाद में नक्षत्र का स्थान है।<ref>कालनिर्णय (198, [[स्कन्द पुराण]] से उद्धरण)।</ref>
 
*इसमें सप्ताह का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण बात है, उसके बाद में नक्षत्र का स्थान है।<ref>कालनिर्णय (198, [[स्कन्द पुराण]] से उद्धरण)।</ref>
  
{{लेख प्रगति
 
|आधार=आधार1
 
|प्रारम्भिक=
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>

07:05, 7 दिसम्बर 2010 का अवतरण

  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • श्रावण की अष्टमी जबकि रविवार एवं ज्येष्ठा नक्षत्र हो।
  • इसमें सूर्य देवता की पूजा की जाती है।
  • इसमें सप्ताह का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण बात है, उसके बाद में नक्षत्र का स्थान है।[1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कालनिर्णय (198, स्कन्द पुराण से उद्धरण)।

अन्य संबंधित लिंक