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*बार-बार करना; प्रतिदान दान, होम, जप, पूजा, एक कुमारियों को भोजन कराया जाता है। | *बार-बार करना; प्रतिदान दान, होम, जप, पूजा, एक कुमारियों को भोजन कराया जाता है। | ||
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12:52, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
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- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- आश्विन की कृष्ण अष्टमी पर यह व्रत किया जाता है।
- माघ, चैत्र या श्रावण में भी यह व्रत किया जाता है।
- यह आगे की शुक्लाष्टमी तक की जाती है।
- अष्टमी को एकभक्त; कुमारियों तथा देवी भक्तों को भोजन कराया जाता है।
- नवमी को नक्त, दशमी को अयाचित तथा एकादशी को उपवास किया जाता है।
- बार-बार करना; प्रतिदान दान, होम, जप, पूजा, एक कुमारियों को भोजन कराया जाता है।
- पशु बलि, नृत्य, नाटक एवं संगीत से जागरण किया जाता है।
- देवी के 18 नामों का जाप किया जाता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रत0 2, 332-335, देवीपुराण से उद्धरण
संबंधित लेख
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