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16:38, 25 फ़रवरी 2011 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- हेमन्त एवं शिशिर ऋतुओं के पुष्पों का त्याग, फाल्गुन पूर्णिमा पर 'शिव एवं केशव प्रसन्न हों' के साथ अपराह्न में सोने के तीन पुष्पों का दान करना चाहिए।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मत्स्य पुराण (101|13-14); कृत्यकल्पतरु (व्रत खण्ड 441)
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