अक्ल ठिकाने न होना
अर्थ- आवेश, क्रोध आदि के कारण बुद्धि का यथायोग्य काम करने में असमर्थ होना।
प्रयोग- अभी उसे कुछ मत कहो, उसकी इस समय अक्ल ठिकाने नहीं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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