आँखों में बैठाना
अर्थ- आदरपूर्वक स्थान देना।
प्रयोग- नारी तो एक बार जिसे आँखों के कोए में बिठा लेती है उसे उतार नही पातीं। - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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