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'''गाँठ पड़ना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।
  
'''अर्थ'''- (दो व्यक्तियों  या पक्षों में) द्वेष या वैमनस्य हो जाना, जैसे- ऊपर से फुसलाए रहते हैं, भीतर तो गाँठ पड़ी हुई है। -- अजित पुष्कल। 
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'''अर्थ'''- (दो व्यक्तियों  या पक्षों में) द्वेष या वैमनस्य हो जाना।
  
'''प्रयोग'''- इतने अच्छे मित्र होने के बावज़ूद भी दोनों के बीच गाँठ पड़ गयी।
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'''प्रयोग'''-ऊपर से फुसलाए रहते हैं, भीतर तो गाँठ पड़ी हुई है। -अजित पुष्कल। 
  
  
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==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
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[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
 
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12:40, 21 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

गाँठ पड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- (दो व्यक्तियों या पक्षों में) द्वेष या वैमनस्य हो जाना।

प्रयोग-ऊपर से फुसलाए रहते हैं, भीतर तो गाँठ पड़ी हुई है। -अजित पुष्कल।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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