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*[[वर्ष]] भर प्रत्येक संक्रान्ति दिन पर जलपूर्ण घट का गुड़ एवं वस्त्र के साथ किसी गृहस्थ को दान करना चाहिए।  
 
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*इस व्रत में [[देवता]] [[सूर्य देवता|सूर्य]] की पूजा करनी चाहिए।  
 
*इस व्रत में [[देवता]] [[सूर्य देवता|सूर्य]] की पूजा करनी चाहिए।  
*ऐसी मान्यता है कि कर्ता की कामनाओं की पूर्ति होती है और पाप मुक्ति एवं सूर्य लोक की प्राप्ति होती है।<ref>हेमाद्रि (व्रत0 2, 731, स्कन्दपुराण से उद्धरण)</ref>  
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*ऐसी मान्यता है कि कर्ता की कामनाओं की पूर्ति होती है और पाप मुक्ति एवं सूर्य लोक की प्राप्ति होती है।<ref>हेमाद्रि (व्रत0 2, 731, स्कन्दपुराण से उद्धरण</ref>  
 
 
 
 
  
  
  
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12:56, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • वर्ष भर प्रत्येक संक्रान्ति दिन पर जलपूर्ण घट का गुड़ एवं वस्त्र के साथ किसी गृहस्थ को दान करना चाहिए।
  • इस व्रत में देवता सूर्य की पूजा करनी चाहिए।
  • ऐसी मान्यता है कि कर्ता की कामनाओं की पूर्ति होती है और पाप मुक्ति एवं सूर्य लोक की प्राप्ति होती है।[1]

 



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत0 2, 731, स्कन्दपुराण से उद्धरण

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